Option buying vs option selling
मित्र,
बहुत छोटी लेकिन समझने वाली बात है कि यदि सिर्फ खरीदने या फिर सिर्फ बेचने में ही फायदा होता तो सब यहां या तो खरीद ही रहे होते या फिर सब बेच ही रहे होते ।
और अगर ऐसा वास्तव में होता तो यह बाजार ही बंद हो गया होता।
बाजार में प्रॉफिट हमेशा सही समय पर और सही डायरेक्शन में बैठने पर होता है। फिर चाहे हम ऑप्शन खरीदे या फिर बेचे।
जैसे:
मान लीजिए कि बाजार बढ़ रहा है और ऐसे में किसी ट्रेडर ने कॉल खरीद लिया और वहीं किसी दूसरे ट्रेडर ने कॉल सेल कर दिया। अब ऐसे समय मे कॉल buy करने वाले फायदे में रहेंगे।
वहीं दूसरी ओर,
यदि बाजार गिर रहा है और एक ट्रेडर ने कॉल buy कर लिया और किसी अन्य ट्रेडर ने कॉल सेल कर दिया तो इस समय कॉल सेल करने वाले फायदे में रहेंगे।
समय,ट्रेंड और अपनी पोजीशन कि दिशा निर्धारित करता है कि लिए ट्रेड से हम प्रॉफिट लेकर जाएंगे या फिर नुकसान।
जहां यदि बात ज्यादे फायदे का है तो इस संदर्भ में आपको दो चीजो का ज्ञान अवश्य रखना चाहिए।
1)यदि आप ऑप्शन खरीदार हैं तो यह प्रॉफिट के कंडीशन में अनलिमिटेड प्रॉफिट दे सकता है। लेकिन बाजार के sideways और आपके सोचे ट्रेंड के विपरीत का मूव आपको नुकसान पहुचाता है। हालांकि यह नुकसान लिमिटेड होता है।
2)वहीं यदि आप ऑप्शन सेलर हैं तो प्रॉफिट आपका लिमिटेड रहता है लेकिन बाजार के sideways और जैसा ट्रेंड आपने सोचा था वैसा मूव दिखे। वहीं यदि विपरीत मूव दिखता है तो आपको अनलिमिटेड नुकसान की संभावना है।
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धन्यवाद
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