Index Option selling vs. Stock Option Selling – Know the difference:
मित्र,
ऑप्शन ट्रेडिंग में लाभ कमाने के लिए स्टॉक ऑप्शन बेचना भी फायदेमंद है, इंडेक्स ऑप्शन बेचना भी फायदेमंद है, स्टॉक ऑप्शन खरीदना भी फायदेमेंद है और इंडेक्स ऑप्शन खरीदना भी फायदेमंद है।
सिर्फ जरूरत है सही डायरेक्शन का।
समझने वाली बात है कि सिर्फ खरीदना/बेचना हमें प्रॉफिट या बड़ी प्रॉफिट नहीं देता है। सही डायरेक्शन में खरीदना या बेचना हमें प्रॉफिट या कहें तो ज्यादे प्रॉफिट भी दे सकता है।
रही बात की कौन ज्यादे प्रॉफिट दे सकता है ?
स्टॉक ऑप्शन बेचना या फिर इंडेक्स ऑप्शन बेचना ?
इसके लिए शंसय में न रहें। यदि रिस्क और रिवॉर्ड को ध्यान दें तो दोनों ही बराबर है। क्योंकि यदि हम गौर करें तो इसी कारण से एक्सचेंज पहले से शेयर या इंडेक्स के प्राइस के अनुसार लॉट साइज निर्धारित करता है। जिससे जोखिम और रिवॉर्ड बराबर हो जाता है।
चलिये एक उदाहरन से देख लेते हैं तो आपका और बेहतर क्लियर हो जाएगा। हम एक स्टॉक ऑप्शन सेल और एक जंडेक्स ऑप्शन सेल मंथली एक्सपायरी का देख लेते हैं।
इंडेक्स ऑप्शन:
मान लीजिए कोई व्यक्ति 24600 मई एक्सपायरी का बेचता है तो इसकी वर्तमान मूल्य 365.50 रुपया है। जिसमें कुल मार्जिन 1,97,000 रुपये का है।
अब यदि प्रॉफिट की बात करें तो यह मैक्सिमम शून्य तक जा सकता है। यदि शून्य तक भी चला गया तो 365 .50 *75 = 27412.5 रुपये का होगा। जिसे यदि प्रतिशत में देखें तो यह करीब 13.91 फीसदी का है।
स्टॉक ऑप्शन:
मान लीजिए tatasteel का 145 CE को हम बेचते हैं। जिसकी वर्तमान प्रीमियम प्राइस 3.65 पैसे है। इसमें कुल मार्जिन 143000 रुपये लगेगा।
अब यदि प्रॉफिट को देखें तो इंडेक्स की तरह यह भी मैक्सिमम शून्य हो सकता है। अर्थात 3.65 *5500= 18425 रुपये का।
यदि प्रतिशत में देखें तो यह कुल 12.88 प्रतिशत है।
यदि गौर करें तो दोनों में कुछ खास अंतर नहीं है। एक मे निवेश कम लगा है तो फिगर में रिटर्न्स कम दिख रहा है। वहीं दूसरे में निवेश ज्यादे लगा है तो फिगर में रिटर्न्स ज्यादे दिख रहा है। लेकिन प्रॉफिट प्रतिशत दोनो का same है।
उम्मीद है पोस्ट आपके लिए उपयोगी होगा।
धन्यवाद